यूपी: नोएडा के एक्सीडी इण्डिया लिमिटेड कम्पनी के नौकरी से बर्खास्त कर्मचारियों का दूसरा दिन भी धरना जारी रहा. कर्मचारी अपने और अपने साथियों के साथ हुए उत्पीड़न के खिलाफ, श्रम कानूनों को लागू करवाने, वेतन में बढ़ोत्तरी करने के लिए कल से एक्सीडी इण्डिया लिमिटेड कम्पनी के मजदूर यूपी विधानसभा के बाहर धरना पर बैठे.
मजदूर यूपी विधानसभा के बाहर धरना पर बैठे.
मैसर्स एक्सीडी इण्डिया लिमिटेड प्लाट नं. 9 उद्योग केन्द्र ग्रेटर नोएडा के प्रबन्धकों ने दर्जनों मजदूरों को गैर कानूनी तरीके से नौकरी से निकाल दिया है. जिसके खिलाफ कर्मचारियों ने दिनांक 07.11.2017 को जिलाधिकारी कार्यालय सूरजपुर पर रात-दिन लगातार धरना दिया. मगर जिला प्रशासन व श्रम विभाग मजदूरों की समस्याओं का समाधान करवाने मे विफल रहा था.
मजदूरों पर दमन शोषण उत्पीड़न हो रहा
जिसके चलते ही मजदूरों ने बुधबार 11-04-2018 से सीटू के नेतृत्व में यूपी विधानसभा (धरना स्थल लक्ष्मण मेला मैदान) पर धरना शुरू किया. जिसके बाद दूसरे दिन भी धरना जारी रहा. इस धरने को सम्बोधित करते हुए सीटू उत्तर प्रदेश के महासचिव कामरेड प्रेमनाथ राय ने कहा कि, “आज जो मजदूरों पर दमन शोषण उत्पीड़न हो रहा है. वह केन्द्र व प्रदेश सरकार की मजदूर व जन विरोधी आर्थिक नीतियों का ही परिणाम है और मालिकान श्रम कानूनों की खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए मजदूरों का शोषण कर रहे हैं. इसके बाबजूद जिला प्रशासन व श्रम विभाग मूक दर्शक बने हुए है”.
उन्होंने एक्सीडी के मजदूरों की समस्याओं के समाधान नहीं कराने के लिए श्रम विभाग एवं जिला प्रशासन कड़ी निंदा की और प्रदेश सरकार से मांग किया है कि एक्सीडी प्रबन्धकों द्वारा गैर कानूनी तरीके से कार्य से रोके गये व सेवा समाप्त किये गये कर्मचारियों को पुराने क्रम में कार्य पर क्षतिपूर्ति सहित बहाल किया जाए. आगे उन्होंने सरकार को आगाह किया कि उनकी लम्बित समस्याओं/मांगों पर सम्मानजनक समझौता सम्पन्न कराये नही तो सीटू संगठन और बड़ा आन्दोलन करेगा. इस धरने को सीटू गौतमबुध्दनगर जिलाध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा, एक्सीडी यूनियन के अध्यक्ष अरुण कुमार, विकास, पप्पन, रोशन, दीपक कुमार आदि नेताओं ने सम्बोधित किया.
आज इसी क्रम में सीटू नेता प्रेमनाथ राय, गंगेश्वर दत्त शर्मा, अरुण कुमार, पपन्न कुमार के नेतृत्व मे एक प़तिनिधि मंडल ने श्रममंत्री माननीय स्वामी प्रसाद मोर्य से उनके कार्यालय सचिवालय लखनऊ में मुलाकात की और उन्हें समस्याओं औऱ स्थिति से अवगत कराया.इसके बाद मंत्री महोदय ने समस्याओं के समाधान औऱ श्रमिकों की मदद करने का सकारात्मक आश्वासन ही नहीं दिया बल्कि तुरंत ही गौतमबुधनगर के जिला प़शासन के लिए लिखित दिशा निर्देश जारी किए.
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