नई दिल्ली : केंद्र सरकार द्वारा रेलवे में वैकेंसी नहीं निकाली जा रही है. इसके विरोध में छात्र युवा आंदोलन के नेता चौधरी चरण सिंह की अगुवाई में आंदोलन का आयोजन किया गया था. एक दिन पूर्व शहर में पर्चा बांटकर छात्रों को इसमें सहयोग की अपील भी की गई थी. श्रमकल्याण केंद्र मैदान में 300 छात्रों का हुजूम श्रमजीवी एक्सप्रेस ट्रेन रोकने के लिए निकला.
केंद्र सरकार द्वारा रेलवे में वैकेंसी
केंद्र सरकार द्वारा रेलवे में वैकेंसी निकालने की माँग के समर्थन में प्रदर्शन किया गया. बिहारशरीफ स्टेशन रेलवे स्टेशन पहुंचने पर छात्रों का हुजूम 3 हजार से अधिक हो गया. छात्रों ने ट्रैक पर लोहे का पोल रख दिया था. इस कारण रेल प्रशासन ने दिल्ली जाने वाली श्रमजीवी एक्सप्रेस को पावापुरी में रोक दिया. इसकी भनक जब छात्रों को लगी तो थाने पर पथराव करते हुए उपद्रव शुरू कर दिया. इस बवाल के कारण बख्तियारपुर-राजगीर रेलखंड पर करीब छह घंटे तक ट्रेन सेवा ठप रही.
उपद्रव की शुरुआत रेल थाने पर हमले से हुई. पथराव कर भीड़ थाने में घुसकर पदाधिकारी कर्मियों की पिटाई करने लगे. पुलिसकर्मियों ने मौके से भागकर अपनी जान बचाई. इसके बाद बुकिंग काउंटर, माल गोदाम, प्रतीक्षालय, स्टेशन मास्टर कार्यालय, इंक्वायरी काउंटर समेत अन्य कार्यालय में तोड़फोड़ कर आग लगा दी गई.
दैनिक भास्कर के खबर के अनुसार चौधरी चरण सिंह चंडी थाना क्षेत्र के भेड़िया गांव निवासी राजेश्वर यादव के पुत्र हैं. यह छात्र राजद के पूर्व जिलाध्यक्ष भी रह चुके हैं. पुलिस इन्हें सरगर्मी से तलाश रही है. पुलिस कप्तान कुमार आशीष ने बताया कि उपद्रवी छात्रों को बख्शा नहीं जाएगा. वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की पहचान कर पुलिस छात्रावासों लॉजों में छापेमारी में जुटी है. प्रारंभिक जांच में कुछ कोचिंग संचालकों की भूमिका भी इसमें आई है. पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है.
इस घटना को देखकर ऐसा लगता है कि बहुत ही संवेदनशील मसला है. जब युवाओं ने बेरोजगारी से अजीज आकर कानून अपने हाथ में लिया है. सरकार को इसको सही तरीके से समाधान निकलने कि जरुरत है.
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