भारत सरकार द्वारा जी.एस.टी. लागू किये जाने के चलते छोटे-छोटे मालवाहकों का काम बन्द हो गया है. राज्य में दूसरे राज्यों एवं व्यापारिक केन्द्रों से मालों के आने जाने में बेहद कमी आ गई है और इसका असर लाखों लोगों की रोजी रोटी पर पड़ी है. इस बीच बिहार सरकार के बालू खानन पर रोक लगा दिया है. जिसका असर परिवहन से लेकर निर्माण से जुड़े तमाम कार्यो पर पड़ा है और लाखों लोग बेरोजगारी झेल रहे है. जिसके खिलाफ बिहार स्टेट ऑटो चालक संघ ने हड़ताल का आह्वान किया है.
इसके पूर्व बिहार एवं भारत सरकारों की ओर से परिवहन से जुड़े लाइसेंस, बीमा, फिटनेस आदि तमाम मदों में फीस में भारी वृद्धि करके पहले से ही परिवहन उद्योग की रीढ़ तोड़ दी है और जी.एस.टी. और खनन बंदी से रही सही कसर पूरा कर दिया है. बिहार स्टेट ऑटो चालक संघ जिसका विरोध कर रही है.
श्री राजकुमार झा महासचिव बिहार स्टेट ऑटो चालक संघ ने बताया कि आगामी 17 नवम्बर को भारत एवं बिहार सरकार द्वारा छोटे उद्योगों व्यापारियों मजदूरों के रोजी रोटी पर इस हमले के खिलाफ परिवहन संगठनों की ओर से हड़ताल का आह्वान किया है. उन्होंने इस हड़ताल में तमाम छोटे माल वाहकों, ऑटो चालकों को शामिल होने की अपील की है.