नई दिल्ली : हरियाणा अतिथि अध्यापक संघर्ष समिति से जुड़ी हरियाणा महिला गेस्ट टीचर ने मुख्यमंत्री को खून से पत्र लिखकर 11 फरवरी को करनाल में होने वाली राज्य स्तरीय रैली के लिए आमंत्रित किया है. जिला सचिवालय में नायब तहसीलदार राजबक्श को यह पत्र सौंपा गया. उन्होंने पत्र में लिखा है कि “मुख्यमंत्री जी, 11 फरवरी को करनाल में महिला अतिथि अध्यापिकाएं सामुहिक मुंडन करवाने जा रही हैं, जिसमें आप सादर आमंत्रित हैं.”
हरियाणा महिला गेस्ट टीचर समान वेतन की मांग?
इसी शुक्रवार शाम को फव्वारा पार्क में एकत्रित महिला गेस्ट टीचरों ने बारी-बारी से अपना खून निकलवाया और इसे एक पत्ते पर इक्टठा करने के बाद पत्र लिखा है. सरकार की हठधर्मिता व तानाशाही रवैये के कारण महिला अध्यापक मानसिक तौर पर प्रताडि़त हो चुकी हैं, इसी मजबूरी में उनको यह कदम उठाना पड़ रहा है. इससे पहले भी वर्ष 2014 में करनाल रैली के दौरान पुरुष अध्यापकों ने मुंडन करवा कर विरोध जताया था. इस मौके पर मंडल संयोजक प्रदीप बतान ने कहा कि 11 फरवरी तक यदि सरकार अतिथि अध्यापकों के लिए “समान काम समान वेतन” लागू नहीं करती तो महिला अतिथि अध्यापक सामूहिक मूंडन करवा कर विरोध दर्ज करेंगी.
शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा ने अतिथि अध्यापकों को पक्का करने का वादा किया था
आगामी 11 फरवरी 2018 को महिला गेस्ट टीचर सामुहिक मुंडन करवायेंगी और साथ ही साथ सभी टीचर मिलकर सीएम आवास का घेराव भी करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि किसी प्रकार की अनहोनि होने पर सरकार व प्रशासन जिम्मेदार होगा. निर्मला सैनी ने कहा कि चुनाव से पहले तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष व वर्तमान शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा ने सरकार बनते ही पहली कलम से अतिथि अध्यापकों को पक्का करने का वादा किया था, लेकिन सरकार बने हुए लगभग चार साल हो गए हैं और गेस्ट टीचरोंं के हित में अभी तक कोई भी काम नहीं किया गया.
संघर्ष समिति ने 11 फरवरी तक का अल्टीमेटम सरकार को दिया है. इस अवसर पर अमित शर्मा, राजपाल, राजेंद्र, नवीन कौशिक, कृष्ण बड़थल, सचिन अरोड़ा, सतीश, बलवान, मंजीत, सत्यवान, राजेश, शकुंतला, वीना, सरिता, सीमा, संतोष, सुनीता, रूबी भाटिया, रजनी, रीटा व नीरज आदि मौजूद रहे.
यह भी पढ़ें-
यह भी पढ़ें-