नई दिल्ली: अगर आप ट्रेन में सफर कर रहें है तो सावधान हो जायें. अगर आपने खराब सर्विस की शिकायत की तो कहीं आपके साथ कुछ बुरा हादसा न हो जाए. ठीक उसकी तरह जिस तरह छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में खराब चाय की शिकायत करने पर के यात्री के साथ हुआ. जब एक यात्री ने ख़राब चाय की शिकायत कि तो पेंट्री स्टाफ ने मुंह में कपडा ठूंसकर पीटा.
इस घटना के बाद ट्रेन में बैठे कुछ सहयात्रियों ने पेंट्री स्टाफ द्वारा पिटाई की शिकायत रेलमंत्री को ट्वीट कर किया तो रेल विभाग हरकत में आया. मारपीट करने वालों को झांसी मे उतारा गया और ग्वालियर स्टेशन से पेंट्रीकार में दूसरा स्टाफ तैनात किया गया.
श्री नितेश सिंह छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में अपने परिवार के साथ सफर कर रहे थे. उनका पूरा परिवार एस-10 कोच में दुर्ग से निजामुद्दीन जा रहा था. छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस जैसे ही ललितपुर से आगे निकली ही थी, तभी रेलवे कर्मचारी बोगियों में चाय बेचने आए. नीतेश सिंह ने एक चाय खरीदी. चाय की गुणवत्ता खराब होने पर नितेश सिंह ने इसकी शिकायत पेंट्री कार में सवार मैनेजर से की, जिससे मैनेजर भड़क गया और उसने अपने कर्मचारियों के साथ यात्री नितेश को पेंट्रीकार में बंद कर लिया.
इसके बाद नीतेश ने आरोप लगा कि वो अपनी मदद के लिए शोर मचाते इसके पहले मैनेजर ने मुंह में कपड़ा ठूंस दिया. इसके बाद पेंट्रीकार के मैनेजर अपने 12 कर्मचारियों के साथ मिलकर नीतेश सिंह को लगातार 30 मिनट तक पीटते रहे. जिसकी जानकारी मिलते ही छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में सवार अन्य यात्रियों ने घटना की जानकारी रेल मंत्री को दी. रेलवे मंत्रालय तक खबर पहुंची तो बवंडर मच गया. आनन-फानन में झांसी में जीआरपी ने ट्रेन में दबिश देकर पेंट्रीकार के 12 कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया, लेकिन पेंट्रीकार का मैनेजर मौके से भागने में सफल रहा.
इसके बाद पीड़ित नितेश सिंह की शिकायत पर जीआरपी ने पीड़ित का मेडिकल कराया. घटना के बाद ग्वालियर से छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस मे पेंट्रीकार में दूसरा स्टाफ तैनात किया गया.
बुरा हाल है हर जगह। रेलवे में ठेका माफिया का बोल बाला है पूरी गुंडागर्दी चल रही है पर रेल प्रशाशन सोया हुआ है।
बहुत अच्छा लिखते हो। ऐसे हिंलिखते रहो
धन्यबाद भाई, बस इसी तरह उत्साहवर्धन करते रहें