बिहार डीएलएड का प्रशिक्षण पूरा कर चुके शिक्षकों ने गुरूवार को बिहार विधालय परीक्षा समिति के गेट पर प्रदर्शन किया. जिसके बाद सुनने में आ रहा है कि बिहार विधालय परीक्षा समिति ने बिहार डीएलएड टीचर्स के ऊपर FIR दर्ज करवाया है. परीक्षण ले रहे शिक्षकों ने आरोप लगाया कि पढाई समाप्त हो गई और बिहार बोर्ड परीक्षा नहीं ले रहे हैं. जिसके विरोध में काफी संख्या में शिक्षकों ने बिहार विधालय समिति के गेट पर अर्धनग्न प्रदर्शन किया था. इसके साथ ही विरोध स्वरूप कई शिक्षकों ने मुंडन भी करवा लिया था. जिससे नाराज होकर बिहार बोर्ड ने यह कदम उठाया है.
इसके आलावा हिंदुस्तान के खबर के अनुसार बिहार बोर्ड ने बुधवार को गेट के बाहर हंगामा करने वाले टीईटी अभियर्थियों पर भी एफआईआर दर्ज करवाया है. बिहार बोर्ड के अनुसार इनलोगों को पहचान करके इनका सारा कुछ रद्द किया जायेगा.
डीएलएड शिक्षकों की संख्या लगभग 20 हजार के करीब है. उनका कहना है कि सत्र 2014-16, 2015-17 के प्रशिक्षण पूरा कर चुके शिक्षकों का परीक्षा नहीं लिया जा रहा है. जबकि इस बारे में बिहार बोर्ड ने कहा है कि डीएलएड जिन शिक्षण संस्थानों से होता है, उन्हें बोर्ड संबद्धता नहीं देता है.
इसके बारे में यही कहेंगे कि आने वाले समय में सरकारी विभाग में ठेका वर्कर रखने का चलन बढ़ेगा. ऐसे में परमानेंट के बजाय गेस्ट टीचर या ठेका टीचर रखें जायेंगे. उनको जब चाहे जैसे चाहे पेमेंट करेंगे और निकाल देंगे. ऐसे में अगर कोई अगर परमानेंट की बहाली की मांग करेगा और प्रदर्शन करेगा तो सरकार ऐसा ही सलूक करेगी. खैर आने वाले दिनों में ऐसा कानून बनने जा रहा है.
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