कल आईआरसीटीसी का ऑफिसियल वेबसाइट IRCTC.COM चेक किया. जिसके लेफ्ट साइडबार पर कैरियर्स का ऑप्शन क्लिक करने के बाद नया पेज खुलता है. जिसमें नौकरी से सम्बंधित 5 ऑप्शन दिखाई देता है. इसमें सबसे पहले नई जॉब का ऑप्शन है. जिसमें अभी फिलहाल कुछ भी उपडेट किया हुआ नहीं है. इसके बाद दूसरा ऑप्शन नोटिस का जब चेक किया तो उसमें 5 लिंक का ऑप्शन दिख रहा है.
IRCTC में Outsource Workers
समझिये तो यह नौकरी का विज्ञापन है. जो कि नई जॉब में भी होना चाहिए था. जानकारी के लिए बता दूं कि 2007 के बाद आईआरसीटीसी में रेगुलर पोस्ट पर कोई भी भर्ती नहीं निकली है. जबकि यहां देखेंगे तो जरुरत के हिसाब से आईआरसीटीसी द्वारा रेलवे से रिटार्डकर्मियों यानी 60-65 वर्ष वाले को कंसलटेंट के तौर पर नौकरी पर रखा जा रहा है. इसको सही तरीके से समझें के लिए आप हमारा वीडियो देख सकते हैं.
IRCTC में युवाओं को दरकिनार कर 65 वर्षीय Consultants की भर्ती क्यों?
आईआरसीटीसी समय-समय पर खुद की जरुरत और दूसरे की सहूलियत को ध्यान में रखकर कंसलटेंट की भर्ती करता रहता है. इससे पहले नवम्बर 2017 को सुपरवाइजर के पद पर भी कंसलटेंट को लिया गया है, खुद देखिये –
ITC/CO
consultants (retired from Railways) on temporary basis for support to its
business segment. Details given as below:
S. No.
|
Department
|
Work profile
|
No. of consultants
required |
Level of railway employee(Supervisor/
Officer) |
Experience
|
1
|
ITC/CO
|
General Admin
|
01
|
Supervisor
|
Pantry, Housekeeping, Security Guard, Pest
control, Lighting, Furniture & fitting |
between 60 – 65 years.
based on the available guidelines circulated by Railway Board. The consultants
so engaged will get consultancy fees as a lump sum. She/he will not be entitled
for any additional allowance/perk.
supporting documents to IRCTC latest by 14.11.2017 at the following address:-
B-148, Statesman House, Barakhamba Road
110001
40 वर्ष से अधिक उम्र के अधिकारी विकास कार्य में बाधक: मोदीअभी हाल ही में संसद के सेंट्रल हॉल में मोदी जी ने कहा था कि 40 वर्ष से अधिक उम्र के अधिकारी विकास कार्य में बाधक हैं. अधिक उम्र के अधिकारियों को काम से ज्यादा अपने परिवार की अधिक चिंता होती है. उन्होंने कहा कि विकास के लिए युवाओं को मौका दिया जाए. मगर उनका ही रेलमंत्रालय उनके ही आदेश की खुलेआम धज्जी उड़ा रहा है. हम कभी नहीं कहते कि आप 60-65वर्ष वाले को न रखे, मगर सवाल यह भी है कि जिनको रेलवे ने रिटार्ड घोषित कर दिया, वह आपके काम कैसे आ सकते हैं?
बेरोजगार युवा 25 हजार की नौकरी पाने के लिए मारा-मारी कर रहें
आज एक तरफ आज के पढ़े-लिखे बेरोजगार युवा 25 हजार की नौकरी पाने के लिए चपरासी की भी भर्ती में मारा-मारी कर रहें. वही दूसरे तरफ एक पेंशन पाने वाले को दूसरी रोजगार देना कहां तक उचित है. अगर इतने ही काम के हैं तो उनकी नौकरी आप उनके विभाग में ही 65 वर्ष का क्यों नहीं कर देते?
आउटसोर्स वर्कर को भी आपके बराबर सैलरी दो
एक तरफ तो पिछले 10-12 वर्ष से काम करे रहे आउटसोर्स वर्कर को पहले 10-12 हजार (हमारे जनहित याचिका के बाद 2017 अप्रैल से 14-18 हजार) दिया जा रहा तो वही 60-65 वर्ष के कंसलटेंट को 35 हजार रुपया महीना तक मिलता है. इसके लिए आईआरसीटीसी का सर्कुलर देख सकते हैं. मगर किसी कंसलटेंट साहब को इतना पैसा नहीं मिल रहा तो वो भी इसके माध्यम से मांग कर सकते हैं. वो ये न समझे की उनसे हमारी दुश्मनी है. बस हम तो यह मांग कर रहें कि नौजवानो के साथ शोषण क्यों? उन्हें भी आपके बराबर सैलरी दो.
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Irctc management should stop this funny process, n give chance to youth, .fwd this issue to rail ministr n pm also..
We must write this to the rail minister n pm modi ji, for youth future and must publish on newspaper.
यह सब रेल मंत्रालय के आदेश से ही हों रहा है
आजकल कौन सा पेपर मजदूर की खबर छापता है बताना रवि जी. आपको क्या लगता है यह सब PMO और मंत्रालय के बिना मर्जी के हो सकता है?