केंद्र सरकार के द्वारा संसद में वेज कोड बिल (New wage code bill) पास किया गया है. जिसका गजट नोटिफिकेशन पहले ही जारी किया जा चूका है. जिसके अनुसार आपके सेवा शर्त, सैलरी, काम के घंटे को आगामी 01 अप्रैल 2021 से प्रभावित करेगा. आइये हम जानते हैं कि इस वेज कोड बिल (Wage Code Bill 2021) के लागू होने से आपके टेक होम सैलरी पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
New wage code bill 2021 in hindi
मोदी सरकार ने सत्ता में आते ही मजदूरों के लिए बने 44 श्रम कानून समाप्त कर लेबर कोड में बदलने का ऐलान किया. सरकार के द्वारा मौजूदा श्रम कानून को कॉर्पोरेट्स के लिए सरल बनाने के उद्देश्य से मजदूरी संहिता की शुरुआत की गई है. यह Wage Code Bill संसद में 2019 में पारित किया गया था. जिसमें पूर्व के बने चार श्रम कानून (न्यूनतम मजदूरी अधिनियम, मजदूरी अधिनियम का भुगतान, बोनस अधिनियम का भुगतान और समान पारिश्रमिक अधिनियम) को समाप्त कर बनाया गया है. जिसके बाद वेज कोड (New wage code bill) के प्रभाव में आते ही उपरोक्त कानून स्वतः ही निरस्त हो जायेंगे.
Code on wages bill, 2019 in hindi | वेज कोड बिल 2020
वित् मंत्री श्रीमती सीतारमण के अनुसार यह Wage Code आगामी 01 अप्रैल 2021 से लागू हो जायेगा. जिसमें कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं. आपको इस पोस्ट के माध्यम से हम वेज/मजदूरी (Wage) की परिभाषा के बारे में बताने जा रहे हैं. जिसके अनुसार मजदूरी का अर्थ है, एक कर्मचारी को देय “सभी पारिश्रमिक” और इसमें मूल वेतन, महंगाई भत्ता और रिटेनिंग भत्ता शामिल है. मगर इसमें किसी कर्मचारी के बोनस, पीएफ और पेंशन में योगदान, एचआरए, कन्वेंस अलाउंस, ओवरटाइम, ग्रेच्युटी शामिल नहीं है. इसके अलावा, भत्ता घटक कुल पारिश्रमिक का 50% से अधिक नहीं हो सकता है.
तदनुसार, यदि ये निर्दिष्ट बहिष्करण (specified exclusions) कुल पारिश्रमिक का 50% पार कर गए, तो अतिरिक्त पारिश्रमिक के रूप में माना जाएगा और मजदूरी में जोड़ा जाएगा. दूसरे व् साधारण शब्दों में, हम कह सकते हैं कि आपके Salary Structure में मूल वेतन को कुल वेतन का कम से कम 50% होना चाहिए.
Wage Code salary structure 2021 with example | Wage code bill 2019 latest news in hindi
आइये, हम इसको एक उदाहरण के रूप में समझते हैं. मान लीजिये कि मोहन की सैलरी 30 हजार मासिक है. अभी तक उसके कंपनी वाले उसके सैलरी स्लिप में मूल वेतन 10 हजार मूल वेतन (बेसिक+डीए) दिखा रहे थे. उसकी सैलरी का बाँकी 20 हजार रुपया Other Allowance में दिखाया जाता था. जिससे कंपनी को पीएफ एक्ट के अनुसार 10 हजार मूल वेतन (बेसिक+डीए) पर मात्र 1200/- रुपया पीएफ का एम्प्लायर शेयर जमा करना पड़ता था. मोहन का भी 1200/-रुपया पीएफ के लिए काटता था. मगर अब नए नियम के अनुसार मूल वेतन 50 प्रतिशत यानी की 30,000/- का 15,000/- से कम नहीं हो सकता है.
जिसके बाद Wage Code Bill के लागू होते ही मोहन का मूल वेतन 10 से 15 हजार हो जायेगा. जिससे उसके पीएफ का कंट्रीब्यूशन 1200 की जगह 1800 कटेगा. जिसके बाद मोहन के टेक होम सैलरी (in hand salary) में लगभग 500 रुपया की कमी हो जाएगी. जबकि मोहन के मूल वेतन बढ़ने से कल को ग्रैचुइटी के राशि में भी वृद्धि होगी.
आपके टेक होम सैलरी पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
अब इस बदलाव से उन कर्मचारियों/एम्प्लायर के ऊपर काफी प्रभाव पड़ेगा. जो कम पीएफ, ग्रेचुइटी आदि देने के लिए सैलरी में मूल वेतन (Basic+DA) कम दिखाते थे. इसके बाद उनके सैलरी स्ट्रक्टर (Salary Structure) पूरी तरह से बदल जायेगा. यह हो सकता है कि उनके मूल वेतन बढ़ने के बाद पीएफ कंट्रीब्यूशन बढ़ जाए. इसके बाद टेक होम सैलरी (in hand salary) घट जायेगा.
यह नियम वेज कोड बिल (Wage Code Bill) में Employee परिभाषा के अनुसार स्किल्ड, सेमी स्किल्ड या unskilled, मेनुअल, ऑपरेशनल, सुपरवाइजर, मैनेजीरियल, एडमिस्टरेटिव, टेक्नीकल और क्लर्क आदि के काम करने वाले के ऊपर लागू होगा.
प्राइवेट या कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी के सैलरी पर क्या फर्क पड़ेगा?
इसके उलट, अगर आप किसी कंपनी में न्यूनतम वेतन (Minimum Wages) पर काम करते हैं. मतलब आपको सम्बंधित सरकार द्वारा नोटिफाइड “न्यूनतम वेतन” का भुगतान किया जाता है. ऐसे ठेका/आउटसोर्स कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन (बेसिक+डीए) के आलावा कोई भी allowance नहीं दिया जाता है. यही नहीं बल्कि ऐसे में ज्यादातर प्राइवेट कर्मचारियों को तो सैलरी स्लिप तक भी नहीं दिया जाता है. ऐसे लोगों के सैलरी पर हमें नहीं लगता कि कोई फर्क पड़ेगा. हाँ, अगर कल को उनके न्यूनतम वेतन दर ही घटा दिया जाए तो वह अभी से कहना मुश्किल है.
New wage code bill 2021 लागु होने से आपके टेक होम सैलरी पर क्या फर्क पड़ेगा?
Wage Code Bill से न्यूनतम सैलरी में वृद्धि होगी?
अभी तक आपको विभिन्न न्यूज पोर्टल ने बताया था कि वेज कोड बिल (Wage Code Bill) लागु होते ही न्यूनतम सैलरी में वृद्धि हो जायेगी? जबकि सच्चाई यह है कि इसके तहत केंद्र सरकार के द्वारा एक नेशनल फ्लोर वेज तय किया जायेगा. जिससे कम कोई भी राज्य अपना न्यूनतम वेतन नहीं तय करेगी. हालाँकि यह नियम पहले से है. हमने पहले भी इस बारे में आर्टिकल के माध्यम से जानकारी दे रखी है. जिस आर्टिकल को पोस्ट के अंत में पढ़ सकते हैं.
हाँ, मगर इस Wage Code Bill लागू होते ही ऊपर दिए 4 महत्वपूर्ण लेबर कानून समाप्त हो जायेंगे. इसके साथ ही 44 श्रम कानून को 4 लेबर कोड में बदल दिया जायेगा. इस नए कानून से हमें दूर-2 तक मजदूर को कुछ मिलता तो दिखाई नहीं दे रहा, बल्कि आपके बहुत सारे श्रम अधिकारों को लिमिट कर दिया गया है. अपने विचार कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बतायें.
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किसका नोटिफिकेशन?
sir aap eska virodh kyo nahi kar rahe hai
आपको ऐसा कब और क्यों लगा कि हम इसका विरोध नहीं कर रहे?
jab 8 ghnte karat 10000 hi 12 ghnte ka rat 15000 hone chahaiy sir mera name shreepal hi mera grame baesli ukhra farrukhabad mera mo-7042959354
8 घंटे के बाद प्रति घंटा ओवरटाइम डबल होता है.
अप्रैल बीता जा रहा है कब तक लागू किया जाएगा
इसको लागु होने से आपको क्या फायदा मिलेगा?