बिहार: शाहपुर पटोरी बाजार समस्तीपुर में स्थित है। जिसमें सैकड़ों रेहड़ी पटरी दुकानदार रेल की जमीन में दूकान लगाते हैं।जिससे उनका गुजर-बसर होता है। अभी 6 जनवरी 2023 को रेलवे ने पटोरी बाजार के दुकानदारों को 3 दिन में रेल की जमीन खाली करने का नोटिस दिया। जिसके बाद हमारी पहल से कुछ दिनों के लिए रेलवे ने सभी को राहत दिया है। आइये जानते हैं कि पूरा मामला क्या है?
रेलवे ने पटोरी बाजार उजाड़ने का नोटिस दिया
भारतीय रेलवे के तरफ से वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर, पटोरी के द्वारा पब्लिक नोटिस दिनांक- 06 जनवरी 2023 के द्वारा रेल भूमि को 3 दिनों के अंदर खाली करने को कहा गया था। जिसमें सभी दुकानदारों को 9 जनवरी से पहले रेल भूमि खाली करना था। ऐसे में जो दुकानदार खाली नहीं करते उनके दुकान को रेलवे प्रशासन के द्वारा 10 जनवरी को उजाड़ने की बात कही जा रही थी। जबकि बिहार सरकार ने शीतलहर के कारण पूरे बिहार में हाई अलर्ट जारी किया है।
रेलमंत्री से लेकर मंत्रालय, डीआरएम, दानापुर नहीं तोड़ने के लिए गुहार
केन्द्र/राज्य सरकार द्वारा जनता की जान बचाने के लिए अलग-अलग प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे समय में किसी भी व्यक्ति का घर/दुकान उजाड़ना सही नही होगा। रेल प्रशासन के द्वारा ऐसा करना, मतलब गरीबों को सीधे मौत के मुॅंह में धकेलना होगा। जिसके लिए हमने रेलमंत्री से लेकर मंत्रालय, डीआरएम, दानापुर आदि को ट्वीट कर अभी नहीं तोड़ने के लिए गुहार लगाईं।
@AshwiniVaishnaw @RailMinIndia @drmsee1 @DrmDnr बिहार सरकार ने ठंड के कारण अलर्ट जारी किया है. जबकि शाहपुर पटोरी (SPP) ने रेलवे की जमीन पर बसे पटोरी बाजार के दुकानदारों/गरीबों को दुकान/घर खाली करने के लिए 3 दिन का नोटिस. आपसे मानवता के नाते अनुरोध है कि आपलोग अभी थोड़ा रहम करें. pic.twitter.com/xL5lyejxYN
— Surjeet Shyamal (@surjeetshyamal) January 8, 2023
हमलोगों ने अपनी संस्था वर्कर वॉयस के तरफ से श्री रवि कुमार, वरिष्ठ सेक्सन इंजीनियर, कार्य पूर्व मध्य रेलवे, शाहपुर पटोरी, समस्तीपुर, बिहार- 848504 से दिनांक 8 जनवरी 2022 को मिलकर लिखित ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा की हमें ऊपर से आदेश प्राप्त हुआ है। अब अगर पटोरी एसडीओ (बिहार सरकार) चाहे तो ठंड आदि के अनुसार कार्रवाई कर सकते हैं, आप उनसे जाकर मिलिए। जिससे प्रतीत हुआ कि मामले को एक दूसरे पर फेंका जा रहा है।
दुकान लगाने वाले लोग हर रोज किराया दे रहे
वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर, पटोरी का कहना है ठेकेदार का समय पूरा हो गया है और तब भी पैसा वसूली कर रहा, उसी को रोकने के लिए हम यह कार्रवाई कर रहे हैं। जिससे स्पष्ट है कि पटोरी बाजार में जितना भी दुकान है। वह अतिक्रमण नहीं है और वहां दुकान लगाने वाले लोग हर रोज किराया दे रहे हैं। अब ऐसे में इसको अतिक्रमण कहना सही नहीं होगा।
Shahpur Patori Railway Station बाजार उजड़ने से कुछ दिन के लिए टल गया, @MinistryofRailwaysIndia ThankU
रेल भूमि पर अतिक्रमण का कार्यक्रम ठंड तक के लिए स्थगित
हमारी संस्था ने रेल प्रशासन से लेकर केंद्र सरकार/बिहार सरकार से मानवता के आधार पर जनहित में अत्यधिक ठंड को देखते हुए अनाधिकृत रूप से रेल भूमि पर अतिक्रमण का कार्यक्रम ठंड तक के लिए स्थगित करने की लिखित ईमेल करके मांग की। जिसके बाद पोस्ट लिखे जाने तक किसी भी दुकान को नहीं उजारा गया है। जिसके लिए हम अपनी संस्था के तरफ से रेलप्रशासन का धन्यबाद करते हैं। हमारे इस अभियान में सहयोगी अनुरुद्ध कुमार (आरटीआई कार्यकर्त्ता), आशीष आर्यन (पत्रकार, बन्दे बिहार) मोहन कुमार (पीएमपी न्यूज बिहार) भी बधाई के पात्र हैं।
सुरजीत श्यामल, अध्यक्ष, वर्कर वॉयस
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