आपने पिछले दो दिन से सहारा इंडिया के लखनऊ ऑफिस पर ईडी का छापा खबर पढ़ा होगा। जिसमें विभिन्न मिडिया के द्वारा Sahara India Office पर छापे के बारे में अलग-अलग जानकारी दी गई है। आज हम आपको उन जानकारियों के साथ ही खुद ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के द्वारा दिया बयान को भी Proof के साथ दिखायेंगे। जिसके बाद आपको खुद ही असलियत पता चल सकेगा?
सहारा इंडिया के लखनऊ ऑफिस पर ईडी का छापा?
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार सहारा ग्रुप्स की हमारा इंडिया कोऑपरेटिव सोसाइटी के द्वारा निवेशकों के 25 हजार करोड़ जमा करवाये गए थे। सोसाइटी में निवेश करने वाले निवेशकों के पैसे परिपक्ता अवधि पूरा होने के बाद भी वापस नहीं मिलने की शिकायत पर ईडी ने जांच शुरू किया था। जिसके बाद ईडी की कोलकाता और लखनऊ यूनिट के अधिकारी के द्वारा सहारा की कपूरथला इलाके में स्थित कारपोरेट ऑफिस में छापा की वजह बताई गई।
ईडी ने सहारा के ठिकाने पर छापा मारकर
जबकि जागरण ने अपने रिपोर्ट में दावा किया कि ईडी ने सहारा के ठिकाने पर छापा मारकर तकरीबन 2.98 करोड़ रुपये के अलावा लगभग 700 संदिग्ध कंपनियों से जुड़े दस्तावेज पेन ड्राइव व हार्ड डिस्क जप्त किया है। जिसके आधार पर आगे की छानबीन की जा रही है। आगे पढियेगा तो आपको अमर उजाला में छपे कहानी का हिस्सा मिल जायेगा कि सहारा सोसाइटी पर 25 हजार करोड़ निवेशकों के नहीं लौटने की शिकायत मिली थी। जिसके बाद ED के द्वारा यह कार्रवाई की गई।
सहारा इंडिया के लखनऊ मुख्यालय पर ईडी टीम का सर्च
नव भारत टाइम्स के रिपोर्ट के अनुसार सहारा इंडिया के लखनऊ मुख्यालय पर ईडी टीम का सर्च ऑपरेशन हुआ। जिसमें ईडी कोलकत्ता यूनिट की ओर से सर्च ऑपरेशन कंडक्ट किया गया है। जिसके दौरान सहारा कर्मचारियों का मोबाइल जब्त कर लिया गया था। जिसके बारे में रिपोर्ट में दाबा किया गया कि कोलकत्ता की चिटफंड कंपनी में कथित घोटाले के मामले में ईडी की टीम ने सहारा इंडिया ऑफिस में छापामारी की है।
अब इन खबरों की पुष्टी के लिए हमने ईडी विभाग का वेबसाइट खंगाला कि आखिर उनके द्वारा इस घटना के बारे में क्या कहा गया है। जिसमें ईडी कोलकाता के द्वारा 5 जुलाई 2024 को छापेमारी के बारे में एक प्रेस रिलीज मिला। जिसको पढ़कर चौंकाने वाली जानकारी मिली, जो कि निम्न प्रकार से है-
“ईडी, कोलकाता ने बैंक धोखाधड़ी के एक मामले में मेसर्स प्राइम पल्सेस लिमिटेड और अन्य के खिलाफ 29.06.2024 को पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के तहत कोलकाता और जयपुर में 11 अलग-अलग स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया है। तलाशी अभियान के दौरान रुपये की नकदी बरामद हुई। 41 लाख रुपये, विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज़ और डिजिटल उपकरण बरामद और जब्त किए गए।”
गोदी मिडिया के द्वारा Sahara India के बारे में?
अगर ईडी के उक्त प्रेस रिलीज को पढ़ेंगे तो इसमें बैंकिंग फ्रॉड का नाम तो है मगर सहारा इंडिया/ग्रुप्स का नाम तक नहीं है। यही नहीं बल्कि सहारा इंडिया के लखनऊ में छापेमारी की चर्चा भी नहीं है। ऐसे में अब सवाल उठता है कि दो दिन पहले 05 जुलाई 2024 को जो गोदी मिडिया के द्वारा Sahara India के बारे में ड्रामा रचा गया, क्या वह सहारा इंडिया जामकर्ताओं को बहलाने के लिए था? कमेंट में अपनी राय देकर जन-जन तक पहुंचाएं।
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