सहारा इंडिया का फर्जी शाखा खोल भरवा रहे मेम्बरशिप फॉर्म, शिकायत दर्ज

पुरे देश के सहारा इंडिया जमाकर्ताओं के साथ फर्जीवाड़ा हुआ है। अब जब सरकार पोर्टल के द्वारा भुगतान का दावा कर रही है, वहीं दूसरी तरफ सहारा इंडिया का फर्जी शाखा खोल भरवा रहे मेम्बरशिप फॉर्म। आइये जानते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या है और आपको क्या नुकसान हो सकता है?

सहारा इंडिया का फर्जी शाखा खोल भरवा रहे मेम्बरशिप फॉर्म

माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केंद्रीय सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने 18 जुलाई 2023 को सहारा रिफंड पोर्टल की शुरुआत की। जिस पर उनके भरोसे पर देश के 13 करोड़ जमाकर्ता में से 1 करोड़ 21 लाख जमाकर्ताओं ने क्लेम किया। जिसमें से तकरीबन 1 करोड़ 19 लाख जमाकर्ताओं का क्लेम ही रिजेक्ट कर दिया गया।

यही नहीं बल्कि जिनका क्लेम रिजेक्ट किया गया उनका डेटा सहारा इंडिया Office के पास पहुंच गया। अब उनको संबंधित शाखा के द्वारा कॉल कर ऑफिस बुलाया जाने लगा। जिसके बाद उनसे पैसा क्लेम के नाम पर मेम्बरशिप फॉर्म/शेयर एप्लीकेशन फॉर्म भरवाने के साथ आधार कार्ड आदि लिया जाने लगे। जबकि माननीय दिल्ली हाईकोर्ट ने सहारा सोसाइटी को नया मेंबर बनाने और पैसा जमा करवाने पर रोक लगा रखा है।

सहारा इंडिया का पटोरी स्थित शाखा तो

जब उक्त फर्जीवाड़े की शिकायत सुरजीत श्यामल, राष्ट्रीय अध्यक्ष, सहारा इंडिया जमाकर्ता कल्याण मोर्चा के द्वारा पूर्व में भी पटोरी थाने में किया गया। जिस पर कार्रवाई नहीं होने पर अभी हाल ही में बिहार सरकार के मुख्य सचिव का घेराव किया गया। जिसके बाद सहारा इंडिया का पटोरी स्थित शाखा तो बंद हो गया, मगर उसके ही कुछ कर्मचारी विशेश्वर भवन, पुरानी बाजार, पटोरी (सहारा इंडिया ब्रांच के नीचे) में सहारा इंडिया ग्रुप के फार्म, मोहर आदि का इस्तेमाल कर व्यक्तिगत दुकान के माध्यम से उक्त फर्जीवाड़ा करने लगे। यही नहीं बल्कि आरोपी व्यक्ति के द्वारा जमाकर्ताओं से 100 रूपया प्रति व्यक्ति बिना किसी रसीद के क्लेम के नाम पर ले रहा था।

यह कि सुरजीत ने 28.09.2024 को जिसकी सूचना 112 पर दी और संजय कुमार सिंह दल-बल के साथ मौके पर पहुॅंचें। उनको उक्त सारी बातों से अवगत कराया। उनके सामने आरोपियों ने खुद ही अपना आरोप कबूल कर लिया मगर श्री सिंह ने मौके से पटोरी थाना/कंट्रोल रूम को जानकारी देना मुनासिब नहीं समझा। जिससे उस आरोपी की न तो मौके पर तलाशी हो पाई और न ही दुकान की। जो कि उसके द्वारा किए जा रहे अपराध को साबित करने के लिए अहम सबूत था।

सहारा इंडिया का फर्जी शाखा खोल भरवा रहे मेम्बरशिप फॉर्म शिकायत दर्ज

अब ऐसे में सरकार पर बहुत बड़ा सवाल है कि यदि सहारा इंडिया के द्वारा शेयर एप्लीकेशन फॉर्म भरवाया जाना क़ानूनी रूप से सही है तो उसके लिए गैरकानूनी तरीका क्यों अपनाया जा रहा है? अब जो लोग बिना सोचे समझें क्लेम के नाम पर पैसा जमा करने का फॉर्म भर रहें, कल को उनको पछताने के सिवा कोई चारा नहीं बचेगा, आप खुद ही सोचियेगा?

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